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शत्रुओं से बचाव के लिए ज्योतिष सुझाव









हर व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी शत्रुओं का सामना करना पड़ता है। शत्रु चाहे कितने भी शक्तिशाली क्यों न हों, ज्योतिष शास्त्र में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिनसे शत्रुओं से बचाव किया जा सकता है। इन उपायों का सही ढंग से पालन करने से व्यक्ति अपने शत्रुओं पर विजय पा सकता है और अपने जीवन में शांति और समृद्धि ला सकता है। आइए जानते हैं शत्रुओं से बचाव के लिए कुछ प्रमुख ज्योतिषीय उपाय।

1. हनुमान जी की पूजा

हनुमान जी को शक्ति और साहस का प्रतीक माना जाता है। साहू जी के अनुसार उनकी पूजा करने से व्यक्ति को शत्रुओं से सुरक्षा मिलती है।

उपाय:

  • हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें।
  • मंगलवार और शनिवार को हनुमान मंदिर जाकर सिंदूर और चोला चढ़ाएं।
  • बजरंग बाण का पाठ करें और हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाएं।
  • संकटमोचन हनुमान अष्टक का पाठ करें।

2. भगवान शिव की पूजा

मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार भगवान शिव की पूजा करने से भी शत्रुओं से रक्षा होती है। शिव जी को महाकाल के रूप में जाना जाता है, जो शत्रुओं का नाश करते हैं।

उपाय:

  • प्रतिदिन सुबह शिवलिंग पर जल और बिल्वपत्र चढ़ाएं।
  • सोमवार को व्रत रखें और शिवपुराण का पाठ करें।
  • महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
  • ॐ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें।

3. दुर्गा सप्तशती का पाठ

माँ दुर्गा को सभी बुरी शक्तियों और शत्रुओं का नाश करने वाली देवी माना जाता है।साहू जी के अनुसार दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से व्यक्ति को शत्रुओं से मुक्ति मिलती है।

उपाय:

  • नवरात्रि के दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
  • माँ दुर्गा के मंदिर में जाकर उनकी आरती करें।
  • माँ दुर्गा को लाल वस्त्र और मिठाई का भोग लगाएं।
  • दुर्गा चालीसा का नियमित पाठ करें।

4. शत्रु निवारण के तांत्रिक उपाय

तांत्रिक उपायों का पालन करने से भी शत्रुओं से बचाव किया जा सकता है। इनमें से कुछ उपाय निम्नलिखित हैं:

उपाय:

  • काले तिल और सरसों के तेल का दीपक जलाएं और ‘ॐ शत्रु नाशाय नमः’ मंत्र का जाप करें।
  • शत्रु के नाम का एक नींबू लें और उसे सात बार उल्टा घुमाकर किसी सुनसान स्थान पर फेंक दें।
  • हनुमान बाहुक का पाठ करें और काले कपड़े में बंधे हुए नारियल को बहते जल में प्रवाहित करें।

5. ग्रहों की शांति के उपाय

ग्रहों की स्थिति भी व्यक्ति के जीवन में शत्रुओं के प्रभाव को बढ़ा या घटा सकती है। ज्योतिष इसलिए, ग्रहों की शांति के उपाय करना भी महत्वपूर्ण है।

उपाय:

  • शनि ग्रह की शांति के लिए शनि चालीसा का पाठ करें और काले तिल का दान करें।
  • राहु और केतु की शांति के लिए राहु-केतु मंत्र का जाप करें।
  • मंगल ग्रह की शांति के लिए हनुमान जी की पूजा करें और लाल मूंगे की अंगूठी धारण करें।
  • सूर्य ग्रह की शांति के लिए सूर्य को अर्घ्य दें और आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें।

6. रक्षासूत्र और तावीज

रक्षासूत्र और तावीज का उपयोग भी शत्रुओं से बचाव के लिए किया जाता है। इसे ज्योतिषीय उपायों के साथ संयोजित करने से अधिक लाभ होता है।

उपाय:

  • किसी योग्य पंडित से मंत्रित रक्षासूत्र धारण करें।
  • तांत्रिक विधि से तैयार तावीज को अपने गले या बाजू में बांधें।
  • रुद्राक्ष की माला पहनें और नियमित रूप से रुद्राक्ष का जाप करें।

7. यंत्र स्थापना और पूजा

यंत्रों का स्थापना और उनकी पूजा करने से भी शत्रुओं से बचाव होता है। इनमें से कुछ प्रमुख यंत्र निम्नलिखित हैं:

उपाय:

  • कालभैरव यंत्र की स्थापना करें और उसकी पूजा करें।
  • नवग्रह यंत्र की स्थापना करें और नियमित रूप से उसकी पूजा करें।
  • रक्षा कवच यंत्र की स्थापना करें और उसके सामने दीपक जलाएं।
  • माँ बगलामुखी यंत्र की पूजा करें और उनका मंत्र जाप करें।

निष्कर्ष

शत्रुओं से बचाव के लिए ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं। इन उपायों का सही ढंग से पालन करने से व्यक्ति अपने शत्रुओं पर विजय पा सकता है और अपने जीवन में शांति और समृद्धि ला सकता है।

एस्ट्रोलॉजर साहू जी के अनुसार, इन उपायों को विधिपूर्वक और श्रद्धापूर्वक करने से शत्रुओं का प्रभाव कम होता है और व्यक्ति को जीवन में सफलता मिलती है।

इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी साहू जी से परामर्श लेकर आप अपने जीवन की समस्याओं का सही समाधान पा सकते हैं और शत्रुओं से सुरक्षित रह सकते हैं।

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