वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो भवन निर्माण और उनके ऊर्जा प्रवाह के सिद्धांतों पर आधारित है।वास्तु शास्त्र के अनुसार किसी भी इमारत का सही डिज़ाइन और उसकी स्थिति वहां रहने वाले या उपयोग करने वाले व्यक्तियों के जीवन पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार मॉल, जो कि आधुनिक समय में शॉपिंग,मनोरंजन और व्यापार का केंद्र बन चुका है,ज्योतिष के अनुसार उसके डिज़ाइन और स्थान का ग्राहकों के आकर्षण पर बड़ा प्रभाव पड़ता है। इस ब्लॉग में हम मॉल के वास्तु से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करेंगे, जिनसे मॉल के आकर्षण और उसकी सफलता में वृद्धि हो सकती है।
मॉल का स्थान और दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, किसी भी मॉल का स्थान और दिशा बहुत महत्वपूर्ण होती है। मॉल का मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए, क्योंकि यह दिशाएँ सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करती हैं। पूर्व दिशा को सूर्य की दिशा माना जाता है, जो ऊर्जा, स्वास्थ्य और विकास का प्रतीक है। साहू जी के अनुसार उत्तर दिशा को धन और समृद्धि की दिशा माना जाता है, जो व्यापार में वृद्धि और सफलता को सुनिश्चित करता है।
साहू जी के अनुसार मॉल के मुख की दिशा तय करते समय इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि मुख्य प्रवेश द्वार को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखने से बचें, क्योंकि यह दिशा नकारात्मक ऊर्जा का संकेत देती है और व्यापार में समस्याएं पैदा कर सकती है।
मुख्य प्रवेश द्वार

मॉल का मुख्य प्रवेश द्वार वास्तु के अनुसार बहुत महत्वपूर्ण होता है। मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार इसे खुला, विशाल और साफ रखना चाहिए ताकि मॉल में प्रवेश करने वाले लोगों को सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव हो। प्रवेश द्वार पर बहुत अधिक अवरोध नहीं होना चाहिए, जैसे कि पौधे, सजावटी वस्तुएं या बड़ी मूर्तियाँ। यह अवरोध ऊर्जा के प्रवाह को बाधित कर सकते हैं और ग्राहकों के मॉल में प्रवेश को असुविधाजनक बना सकते हैं।
मुख्य द्वार पर सकारात्मक प्रतीकों का उपयोग करना जैसे कि स्वास्तिक, ॐ या अन्य शुभ चिन्ह भी मॉल के सौभाग्य में वृद्धि करता है और ग्राहकों को आकर्षित करता है।
कैश काउंटर की स्थिति
मॉल में कैश काउंटर की स्थिति भी वास्तु के अनुसार तय की जानी चाहिए। साहू जी के अनुसार यह उत्तर दिशा या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए, क्योंकि यह दिशा धन और समृद्धि से संबंधित होती है। कैश काउंटर को सटीक दिशा में रखने से धन की बढ़ोत्तरी होती है और व्यापार में लाभ होता है।
अगर कैश काउंटर दक्षिण-पश्चिम दिशा में होता है, तो यह धन की हानि का कारण बन सकता है। इसके अलावा, कैश काउंटर का डिज़ाइन भी साफ-सुथरा और व्यवस्थित होना चाहिए, ताकि वहां कार्य करने वाले कर्मचारियों को भी सकारात्मक ऊर्जा मिले।
मॉल के अंदरूनी हिस्से की व्यवस्था
मॉल के अंदरूनी हिस्से का डिज़ाइन और व्यवस्था भी वास्तु के अनुसार होना चाहिए। सभी दुकानें और शो रूम ऐसे डिज़ाइन किए जाने चाहिए, जिससे वहां पर्याप्त जगह हो और ग्राहकों को खरीदारी का अच्छा अनुभव मिले। मॉल के अंदर अधिक रोशनी और हवादार जगह होनी चाहिए ताकि वहां सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो सके।
भीड़भाड़ वाले स्थान या अत्यधिक छोटे दुकानें ग्राहकों को असुविधाजनक अनुभव दे सकते हैं, इसलिए इन्हें वास्तु के अनुसार सही ढंग से डिज़ाइन किया जाना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार इसके अलावा, मॉल में संगीत और सजावट का ध्यान रखा जाना चाहिए, ताकि वहां का वातावरण ग्राहकों को आकर्षित कर सके और उनका मॉल में अधिक समय बिताने का मन हो।
सीढ़ियों और लिफ्ट की स्थिति
मॉल में सीढ़ियों और लिफ्ट का स्थान भी वास्तु शास्त्र के अनुसार होना चाहिए। सीढ़ियाँ उत्तर या पूर्व दिशा में होनी चाहिए, क्योंकि यह दिशाएँ सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करती हैं। लिफ्ट को भी मुख्य द्वार से बहुत नजदीक नहीं रखा जाना चाहिए, क्योंकि यह ऊर्जा के प्रवाह को बाधित कर सकता है।
लिफ्ट और सीढ़ियाँ उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पूर्व दिशा में सबसे उत्तम मानी जाती हैं। इससे मॉल के अंदर ग्राहकों का सही और सुगम आवागमन बना रहता है।
फूड कोर्ट और मनोरंजन की जगह

मॉल में फूड कोर्ट और मनोरंजन की जगहें जैसे सिनेमा हॉल, गेमिंग जोन आदि दक्षिण या पश्चिम दिशा में होनी चाहिए। साहू जी के अनुसार यह दिशाएँ भारी ऊर्जा का प्रतीक मानी जाती हैं, और इन स्थानों पर लोग आमतौर पर आराम और मनोरंजन के लिए आते हैं, इसलिए इन दिशाओं का चयन उचित होता है।
फूड कोर्ट का डिज़ाइन खुला और विशाल होना चाहिए, ताकि वहां बैठने वाले लोग आराम से भोजन कर सकें और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव कर सकें। फूड कोर्ट के अंदर वेंटिलेशन की सही व्यवस्था भी होनी चाहिए।
पार्किंग की व्यवस्था
मॉल में पार्किंग की सही व्यवस्था भी वास्तु के अनुसार होनी चाहिए। साहू जी के अनुसार मॉल के सामने या पश्चिम दिशा में पार्किंग का स्थान होना सबसे उत्तम होता है। इससे मॉल में प्रवेश करने वाले लोगों को कोई परेशानी नहीं होती और वहां की ऊर्जा प्रभावित नहीं होती।
अगर पार्किंग का स्थान दक्षिण-पश्चिम दिशा में होता है, तो इससे व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए पार्किंग को सही दिशा में बनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सजावट और रंगों का महत्व
वास्तु के अनुसार, मॉल की सजावट और रंग भी ग्राहकों के अनुभव को प्रभावित करते हैं। हल्के और सौम्य रंग जैसे सफेद, हल्का पीला, हरा या नीला मॉल के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण करते हैं।
गहरे और काले रंगों का अधिक उपयोग करने से मॉल के वातावरण में नकारात्मकता बढ़ सकती है। ज्योतिष के अनुसार इसके अलावा, सजावट में भी प्राकृतिक और सौम्य तत्वों का उपयोग करना चाहिए, जैसे कि पौधे, फव्वारे, और प्राकृतिक प्रकाश का सही इस्तेमाल।
मॉल का बाहरी डिज़ाइन

मॉल का बाहरी डिज़ाइन वास्तु के अनुसार सुन्दर और आकर्षक होना चाहिए। साहू जी के अनुसार मॉल की इमारत में समरूपता और संतुलन होना चाहिए ताकि वहां की ऊर्जा सुलभ रूप से प्रवाहित हो सके। बाहरी हिस्से में बगीचे, पानी के फव्वारे, और हरे-भरे पौधे लगाने से मॉल की सुंदरता और सकारात्मकता में वृद्धि होती है।
मॉल का डिज़ाइन और वास्तु ग्राहकों के आकर्षण और मॉल की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सही दिशा, सही स्थान, और सकारात्मक ऊर्जा के साथ डिज़ाइन किए गए मॉल में ग्राहकों की संख्या में वृद्धि होती है और व्यापार की सफलता की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार वास्तु के सिद्धांतों का पालन करके मॉल के मालिक और दुकानदार अधिक लाभ कमा सकते हैं और मॉल का वातावरण भी ग्राहकों के लिए आकर्षक बना रहता है।
आपके तारे में आपका स्वागत है. जानिए ज्योतिष के अनुसार आज रखना है किन बातों का ध्यान. कौन-सा रंग,अंक रहेगा आपके लिए शुभ और दिन को बेहतर बनाने के लिए करना होगा कौन सा उपाय. …
आज का विशेष उपाय भी बताएंगे.. अभी संपर्क करे देश के प्रसिद्ध ज्योतिष एस्ट्रोलॉजर साहू जी से
कांटेक्ट: +91-8656-979-221 | +91-9039-636-706
TESTIMONIALS
राजेश वर्मा, भोपाल(Google Review)
मनोज साहू जी की ज्योतिषीय सलाह से मुझे जीवन में नई दिशा मिली। उनके द्वारा बताए गए उपाय सरल और प्रभावी थे, जिससे मेरी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ। अब मैं व्यापार में तरक्की कर रहा हूँ और मानसिक शांति महसूस कर रहा हूँ।
नीता गुप्ता, इंदौर (Google Review)
ज्योतिषीय साहू जी की सलाह ने मेरे वैवाहिक जीवन में शांति और संतुलन लाया है। उनके उपायों से हमारी पारिवारिक समस्याएं हल हो गईं और अब हम खुशहाल जीवन जी रहे हैं। मैं उनके ज्ञान की बहुत सराहना करती हूँ।
संजय मिश्रा, दिल्ली (Google Review)
मनोज साहू जी ने मेरे करियर की दिशा बदल दी। उनके बताए उपायों से मुझे नौकरी में तरक्की मिली और अब मैं पहले से ज्यादा आत्मविश्वास से भरा हुआ हूँ। उनकी ज्योतिषीय सेवा बेहतरीन है।
नीतू वर्मा: (Google Review)
“एस्ट्रोलॉजर साहू जी के पास जाकर मुझे जीवन के कई महत्वपूर्ण सवालों के उत्तर मिले। उनकी ज्योतिषीय जानकारी और उपायों ने मुझे मानसिक शांति दी है। उनके सुझाव बहुत प्रभावी साबित हुए।”
अभिषेक गुप्ता: (Google Review)
“मुझे करियर में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था, तब मैंने साहू जी से ज्योतिष सलाह ली। उनकी मार्गदर्शन से मुझे सही दिशा मिली और आज मैं अपने करियर में प्रगति कर रहा हूँ। उनकी सलाह अत्यंत कारगर है।”
संगीता मिश्रा: (Google Review)
“साहू जी के पास आने के बाद मुझे अपनी समस्याओं का समाधान मिला। उन्होंने मेरी कुंडली के दोष दूर करने के उपाय बताए, जिनसे मेरे जीवन में सुख-शांति आई है। उनका ज्ञान अद्भुत है।”
विनोद अग्रवाल: (Google Review)
“मैंने कई जगह ज्योतिष सलाह ली थी, लेकिन साहू जी की सलाह सबसे अलग और प्रभावी लगी। उन्होंने मेरे भविष्य की चुनौतियों को पहले ही भांप लिया और सही समाधान बताए। मैं उन्हें धन्यवाद देता हूँ।”
पूजा सिंह: (Google Review)
“साहू जी के पास जाने से पहले मैं अपनी पारिवारिक समस्याओं से बहुत परेशान थी। लेकिन उनकी सलाह और उपायों ने मेरी समस्याओं को हल कर दिया। उनकी ज्योतिषीय समझ बहुत गहरी है।”
मोहन तिवारी: (Google Review)
“साहू जी से सलाह लेने के बाद मेरी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। उन्होंने मुझे कुछ सरल उपाय बताए जिन्हें अपनाकर मेरे जीवन में समृद्धि आई है। उनकी सलाह हमेशा सटीक और व्यावहारिक होती है।”
रश्मि जोशी: (Google Review)
मनोज“साहू जी की ज्योतिषीय मार्गदर्शन ने मुझे जीवन में सही दिशा दी है। उनके द्वारा बताए गए उपाय और सुझाव बहुत ही सरल और प्रभावी हैं। मैं अब भविष्य को लेकर अधिक आशावान हूँ।”