नवरात्रि हिन्दू धर्म में एक विशेष महत्व रखती है, जिसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, और भक्तजन मां दुर्गा के नौ रूपों—शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, और सिद्धिदात्री—की पूजा कर जीवन में शक्ति, समृद्धि और सुरक्षा की प्राप्ति का प्रयास करते हैं। नवरात्रि न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी इसका विशेष प्रभाव माना जाता है।
नवरात्रि के नौ स्वरूपों का ज्योतिषीय महत्व

प्रत्येक दिन एक विशेष देवी की पूजा होती है। साहू जी के अनुसार प्रत्येक देवी एक विशेष ग्रह, तत्त्व, और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित मानी जाती हैं। इन नौ स्वरूपों की आराधना से विभिन्न ग्रह दोषों का निवारण हो सकता है और विशेष राशियों पर इसका प्रभाव भी विशेष रूप से देखा जा सकता है।
शैलपुत्री (प्रथम दिन)
शैलपुत्री देवी को शक्ति और स्थिरता का प्रतीक माना जाता है। इनकी पूजा से चंद्र दोष का निवारण होता है और मानसिक शांति प्राप्त होती है। कर्क राशि के जातकों के लिए यह दिन विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।
ब्रह्मचारिणी (द्वितीय दिन)
ब्रह्मचारिणी देवी तपस्या और साधना का प्रतीक हैं। इनकी पूजा से मंगल ग्रह की शांति होती है और साहस व धैर्य की प्राप्ति होती है। मेष और वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह दिन विशेष लाभदायक होता है।
चंद्रघंटा (तृतीय दिन)
चंद्रघंटा देवी साहस और बल का प्रतीक हैं। इनकी पूजा से राहु दोष का निवारण होता है और शारीरिक व मानसिक शक्ति प्राप्त होती है। साहू जी के अनुसार मिथुन और तुला राशि के जातकों को इस दिन विशेष लाभ होता है।
कूष्मांडा (चतुर्थ दिन)
कूष्मांडा देवी को सृजन और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इनकी पूजा से सूर्य दोष का निवारण होता है और जीवन में सफलता व प्रतिष्ठा प्राप्त होती है। सिंह राशि के जातकों के लिए यह दिन विशेष रूप से शुभ होता है।
स्कंदमाता (पंचम दिन)
स्कंदमाता देवी मातृत्व और प्रेम की प्रतीक हैं। साहू जी के अनुसार इनकी पूजा से बुध ग्रह का संतुलन होता है और बुद्धिमत्ता व संवाद कौशल की वृद्धि होती है। मिथुन और कन्या राशि के लिए यह दिन विशेष रूप से लाभदायक होता है।
कात्यायनी (षष्ठम दिन)
कात्यायनी देवी शक्ति और विजय की प्रतीक हैं। इनकी पूजा से बृहस्पति ग्रह का शुभ प्रभाव प्राप्त होता है और विवाह में आने वाली अड़चनों का निवारण होता है। धनु और मीन राशि के जातकों के लिए यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है।
कालरात्रि (सप्तम दिन)
कालरात्रि देवी भय और संकटों का नाश करती हैं। इनकी पूजा से शनि ग्रह की शांति होती है और जीवन में आने वाली बाधाओं का निवारण होता है। मकर और कुंभ राशि के लिए यह दिन विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
महागौरी (अष्टम दिन)
महागौरी देवी शुद्धता और शांति का प्रतीक हैं। साहू जी के अनुसार इनकी पूजा से शुक्र दोष का निवारण होता है और वैवाहिक जीवन में सुख व संतोष की प्राप्ति होती है। वृषभ और तुला राशि के जातकों के लिए यह दिन विशेष रूप से शुभ होता है।
सिद्धिदात्री (नवम दिन)
सिद्धिदात्री देवी को सिद्धियों और आत्मज्ञान का प्रतीक माना जाता है। इनकी पूजा से केतु दोष का निवारण होता है और आध्यात्मिक प्रगति व मानसिक शांति प्राप्त होती है। मीन और वृश्चिक राशि के लिए यह दिन विशेष रूप से शुभ होता है।
राशियों पर नवरात्रि के नौ दिन का प्रभाव

नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करने से विभिन्न राशियों पर भी सकारात्मक प्रभाव देखा जा सकता है। मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार यह प्रभाव केवल धार्मिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। प्रत्येक राशि का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है, और मां दुर्गा की आराधना से इन ग्रहों का सकारात्मक प्रभाव बढ़ता है।
मेष राशि
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से मेष राशि के जातकों को आत्मविश्वास और साहस मिलता है, जिससे जीवन में आने वाली कठिनाइयों का सामना करना आसान होता है।
वृषभ राशि
महागौरी की पूजा से वृषभ राशि के जातकों को सुख-संपत्ति और वैवाहिक जीवन में सुखद बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
मिथुन राशि
मां चंद्रघंटा और स्कंदमाता की आराधना से मिथुन राशि के जातकों को मानसिक शांति और बुध ग्रह के दोषों का निवारण मिलता है।
कर्क राशि
साहू जी के अनुसार शैलपुत्री की आराधना कर्क राशि के जातकों को मानसिक स्थिरता और चंद्र ग्रह के शुभ प्रभाव की प्राप्ति में सहायता करती है।
सिंह राशि
कूष्मांडा देवी की पूजा सिंह राशि के जातकों के लिए अत्यंत शुभ होती है, जिससे सूर्य के दोषों का निवारण होता है और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि होती है।
कन्या राशि
स्कंदमाता की आराधना कन्या राशि के जातकों को बुध ग्रह के दोषों से मुक्ति दिलाती है और जीवन में बुद्धिमत्ता का विकास होता है।
तुला राशि
चंद्रघंटा और महागौरी की पूजा तुला राशि के जातकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होती है, जिससे शुक्र ग्रह के दोषों का निवारण होता है और जीवन में शांति आती है।
वृश्चिक राशि
कालरात्रि और सिद्धिदात्री की पूजा से वृश्चिक राशि के जातकों को मंगल ग्रह के दोषों से मुक्ति मिलती है और जीवन में साहस व आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है।
धनु राशि
साहू जी के अनुसार कात्यायनी की आराधना धनु राशि के जातकों के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है, जिससे बृहस्पति के दोषों का निवारण होता है और जीवन में ज्ञान व समृद्धि का विकास होता है।
मकर राशि
कालरात्रि की पूजा मकर राशि के जातकों के लिए अत्यंत लाभकारी होती है, जिससे शनि के दोषों का निवारण होता है और जीवन में स्थिरता व समृद्धि की प्राप्ति होती है।
कुंभ राशि
मकर राशि के समान, कुंभ राशि के जातकों के लिए भी कालरात्रि की पूजा विशेष रूप से महत्वपूर्ण होती है, जिससे शनि के दोषों का निवारण होता है।
मीन राशि
सिद्धिदात्री और कात्यायनी की आराधना मीन राशि के जातकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होती है, जिससे केतु और बृहस्पति के दोषों का निवारण होता है और जीवन में आध्यात्मिक प्रगति होती है।

नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार इन नौ दिनों में ग्रहों की स्थिति और प्रभाव को संतुलित करने के लिए विशेष उपाय किए जा सकते हैं। राशियों पर इन नौ दिनों का गहरा प्रभाव पड़ता है, जिससे जीवन में सुख, समृद्धि और मानसिक शांति प्राप्त हो सकती है।
आपके तारे में आपका स्वागत है. जानिए ज्योतिषीय के अनुसार आज रखना है किन बातों का ध्यान. कौन-सा रंग,अंक रहेगा आपके लिए शुभ और दिन को बेहतर बनाने के लिए करना होगा कौन सा उपाय. …
आज का विशेष उपाय भी बताएंगे.. अभी संपर्क करे देश के प्रसिद्ध ज्योतिष एस्ट्रोलॉजर साहू जी से
कांटेक्ट: +91-8656-979-221 | +91-9039-636-706
TESTIMONIALS
राधिका शर्मा, इंदौर (Google Review)
“मैंने अपने जीवन में कई समस्याओं का सामना किया, लेकिन एस्ट्रोलॉजर साहू जी की सलाह से मुझे सही दिशा मिली। उनके उपायों ने मेरी स्थिति में सुधार किया है।”
सतीश रावल, उज्जैन (Google Review)
“मेरे विवाह में देरी हो रही थी। साहू जी से मिलकर मुझे आशा मिली। उनके बताए उपायों से मेरी शादी जल्दी हो गई।”
पूजा वर्मा, धार (Google Review)
“बिजनेस में फंड की कमी हो रही थी। एस्ट्रोलॉजर साहू जी ने मुझे सही निवेश के बारे में बताया और अब मेरा बिजनेस फल-फूल रहा है।”
नीरज तिवारी, देवास (Google Review)
“साहू जी की सलाह से मेरे परिवार में सुख-शांति लौट आई है। उन्होंने सही तरीके से मेरी कुंडली का विश्लेषण किया।”
अंकित गुप्ता, खंडवा (Google Review)
“मैंने एस्ट्रोलॉजर साहू जी से अपने स्वास्थ्य के लिए सलाह ली थी। उनके बताए उपायों से मेरी सेहत में काफी सुधार हुआ है।”
मेधा जैन, इंदौर (Google Review)
“साहू जी की सलाह से मैंने अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव किया है। उनके उपाय सरल और प्रभावी हैं।”
नंदिनी त्रिवेदी, रतलाम (Google Review)
मेरे बच्चे की पढ़ाई में काफी मुश्किलें आ रही थीं। एस्ट्रोलॉजर साहू जी ने सलाह दी और अब बच्चे का प्रदर्शन बहुत अच्छा हो गया है।”
दीक्षा शर्मा, भोपाल (Google Review)
“मेरे रिश्तों में तनाव था। साहू जी की सलाह ने मुझे सही मार्ग दिखाया और अब मेरे रिश्ते मजबूत हैं।”
संजय चौधरी, रतलाम (Google Review)
“राजनीति में कदम रखने के लिए साहू जी से मार्गदर्शन लिया। उनकी सलाह ने मेरी सोच को बदल दिया और अब मैं आत्मविश्वासी महसूस कर रहा हूँ।”
सुनिता अग्रवाल, धार (Google Review)
“साहू जी ने मेरे पितृ दोष का निवारण किया। उनके उपायों से मैंने जीवन में बहुत बदलाव महसूस किया है।”
मोहन शुक्ला, इंदौर (Google Review)
“मेरा व्यवसाय बढ़ने में कठिनाई हो रही थी। साहू जी ने सही दिशा दिखाई और अब मेरा व्यापार बेहतर चल रहा है।”