ज्योतिष और वास्तु शास्त्र भारतीय संस्कृति में गहरे जुड़े हुए हैं। ये विज्ञान हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करते हैं, जिसमें नवजात शिशुओं की देखभाल भी शामिल है। बच्चे के जीवन के प्रारंभिक वर्षों में उसकी सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। ज्योतिषी दृष्टि से, कुछ वस्तुएं बच्चे के पालने में नहीं रखनी चाहिए क्योंकि ये नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न कर सकती हैं और बच्चे के स्वास्थ्य व समग्र विकास पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, नीचे दी गई वस्तुओं से बच्चे के पालने को मुक्त रखना चाहिए।
धातु की वस्तुएं
बच्चे के पालने में धातु की वस्तुएं नहीं रखनी चाहिए। धातु की वस्तुएं जैसे चाबी, सिक्के या अन्य धातु के टुकड़े नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकते हैं। ये वस्तुएं बच्चे के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं और उनकी नींद को भी बाधित कर सकती हैं। धातु की वस्तुओं के बजाय, प्राकृतिक वस्तुओं का प्रयोग करें, जो सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती हैं।
तेज धार वाले उपकरण
तेज धार वाले उपकरण जैसे कैंची, नुकीली पिन, और चाकू आदि को बच्चे के पालने में रखना अत्यंत खतरनाक हो सकता है। न केवल ये वस्तुएं शारीरिक चोट पहुंचा सकती हैं, बल्कि वास्तु शास्त्र के अनुसार, ये नकारात्मक ऊर्जा का भी संचार करती हैं। बच्चे के आस-पास ऐसी कोई भी वस्तु नहीं होनी चाहिए जो उसे नुकसान पहुँचा सके।
भारी और ठोस वस्तुएं
बच्चे के पालने में भारी और ठोस वस्तुएं रखना भी उचित नहीं है। भारी वस्तुएं जैसे किताबें, खिलौने या अन्य ठोस सामग्री बच्चे के लिए असुरक्षित हो सकती हैं। यह न केवल उनके शारीरिक सुरक्षा के लिए खतरा है बल्कि वास्तु के अनुसार, यह नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न कर सकता है जिससे बच्चे की नींद और स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
विद्युत उपकरण
विद्युत उपकरण जैसे मोबाइल फोन, टेबलेट, या लैपटॉप को बच्चे के पालने में रखना हानिकारक हो सकता है। ये उपकरण विद्युत चुंबकीय तरंगें उत्पन्न करते हैं, जो बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं। इसके अलावा, इन उपकरणों की रोशनी और ध्वनि बच्चे की नींद में बाधा डाल सकती है और उनके विकास को प्रभावित कर सकती है।
प्लास्टिक की वस्तुएं
प्लास्टिक की वस्तुएं, विशेषकर सस्ते और गैर-प्रमाणित खिलौने, बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इनमें हानिकारक रसायन हो सकते हैं जो बच्चे के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। ज्योतिषी दृष्टि से भी प्लास्टिक की वस्तुएं नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती हैं, जिससे बच्चे का मानसिक और शारीरिक विकास प्रभावित हो सकता है।
धूल और गंदगी
बच्चे का पालना हमेशा साफ और धूल रहित होना चाहिए। धूल और गंदगी से संक्रमण और एलर्जी की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, वास्तु शास्त्र के अनुसार, गंदगी और अव्यवस्था नकारात्मक ऊर्जा का कारण बनती है। बच्चे के पालने को नियमित रूप से साफ करें और वहां स्वच्छता बनाए रखें।
अंधेरे रंग की वस्त्र और बिस्तर
बच्चे के पालने में अंधेरे रंग के वस्त्र और बिस्तर का प्रयोग नहीं करना चाहिए। गहरे रंग जैसे काला, गहरा नीला, या गहरा भूरा नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकते हैं। इसके बजाय, हल्के और उज्ज्वल रंगों का प्रयोग करें जैसे कि सफेद, हल्का नीला, गुलाबी, या हल्का हरा, जो सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं और बच्चे के मन को शांत रखते हैं।
जड़ी-बूटियाँ और रसायन
पालने के पास या उसके भीतर किसी भी प्रकार की जड़ी-बूटियाँ, रसायन या अन्य हानिकारक पदार्थ नहीं रखने चाहिए। ये पदार्थ बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकते हैं और उन्हें गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। प्राकृतिक और सुरक्षित वस्तुओं का ही उपयोग करें।
धार्मिक प्रतीक और ताबीज
हालांकि धार्मिक प्रतीक और ताबीज सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होते हैं, लेकिन इन्हें बच्चे के पालने में सीधे नहीं रखना चाहिए। यह बच्चे के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए उचित नहीं हो सकता है। इन्हें पालने के आस-पास रख सकते हैं, ताकि उनका सकारात्मक प्रभाव बच्चे पर बना रहे।
इलेक्ट्रॉनिक खिलौने
इलेक्ट्रॉनिक खिलौने जो ध्वनि और रोशनी उत्पन्न करते हैं, वे बच्चे की नींद और मानसिक शांति में बाधा डाल सकते हैं। ये खिलौने बच्चे के मस्तिष्क पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं और उनके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। इसके बजाय, प्राकृतिक और शैक्षिक खिलौनों का चयन करें जो बच्चे के विकास में सहायक हों।
निष्कर्ष
ज्योतिषी दृष्टि से, बच्चे के पालने में सही वस्तुओं का चयन और अनुचित वस्तुओं से बचना बहुत महत्वपूर्ण है। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, उपरोक्त वस्तुओं से बच्चे के पालने को मुक्त रखना चाहिए, ताकि बच्चे का स्वास्थ्य और समग्र विकास सुनिश्चित हो सके। सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाली वस्तुएं बच्चे के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाती हैं। ध्यान दें कि बच्चों की सही देखभाल, प्यार और सुरक्षा के साथ-साथ वास्तु और ज्योतिषीय उपाय भी उनके स्वास्थ्य और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सही दृष्टिकोण और उपायों के माध्यम से हम अपने बच्चों के जीवन को सुखमय और स्वस्थ बना सकते हैं।
ज्योतिषी साहू जी |
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